पत्नी : अजी घर में जवान बेटी बैठी है और तुम्हें तो जैसे उसके ब्याह की परवाह ही नहीं।
पति : मुझे तुमसे ज्यादा परवाह है, पर क्या करूँ, जो भी लड़का मिलता है, बेवकूफ ही मिलता है।
पत्नी : ओहो! अगर मेरे पापा भी तुम्हारी तरह सोच-विचार करते रहते, तो मैं आज तक कुँवारी ही बैठी रह जाती।
रविवार, 14 फ़रवरी 2010
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