शनिवार, 24 अक्तूबर 2009

नोबेल पुरस्कार 2009

वेंकटरमन को रसायन का नोबेल

राइबोसोम की संरचना व कार्यप्रणाली पर खोज के लिए रसायन का वर्ष 2009 का नोबेल पुरस्कार भारतीय मूल के वैज्ञानिक वेंकटरमन रामकृष्णन के साथ अमेरिका के थॉमस ए- स्टेट्ज और इजरायल की अडा ई- योनथ को संयुक्त रूप से दिया गया है।

इन तीनों वैज्ञानिकों ने रोबोसोम्स के त्रिआयामी मॉडलों का विकास कर यह दिखाया कि तमाम प्रकार के एंटीबायोटिक किस तरह राइबोसोम से जुडते हैं। वास्तव में रिसर्चर इन मॉडलों के जरिए न केवल नए एंटीबायोटिक्स का विकास कर रहे हैं, बल्कि शरीर की रक्षा व रोगों के निदान में इसका भरपूर उपयोग कर रहे हैं।

रामकृष्णन ने शरीर के भीतर प्रोटीन बनाने वाले राइबोसोम का गहन अध्ययन किया। उनका यह अध्ययन विज्ञान के क्षेत्र में बुनियादी योगदान है। उन्होंने रोबोसोम्स की मैपिंग के लिए अति आधुनिक उपकरण एक्सरे सिंक्रोट्रांस के जरिए राइबोसोम्स की संरचना की विस्तृत मैपिंग की। गौरतलब है कि सिंक्रोट्रांस रोबोसोम्स को हजारों गुना बडा करके चित्र खींच सकता है।

संक्षिप्त परिचय

57 वर्षीय वेंकटरमन का जन्म तमिलनाडु स्थित चिदंबरम में हुआ था। वे गुजरात के बडौदा विश्वविद्यालय में 1971 में भौतिकी विज्ञान में स्नातक की डिग्री हासिल की। उल्लेखनीय है कि मेडिकल में दाखिला पाने के बावजूद वेंकटरमन भौतिकी विषय के साथ अंडरग्रेजुएट किया। वेंकटरमन आगे की पढाई के लिए अमेरिका चले गए और बाद में वहां की नागरिकता प्राप्त कर ली। इस समय वे ब्रिटेन के प्रतिष्ठित कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी से जुडे हुए हैं।

1940 में जन्मे थॉमस ए.स्टेट्ज अमेरिकी नागरिक हैं, इन्होंने 1960 में हॉर्वर्ड यूनिवर्सिटी से मॉलिक्यूलर बायोलॉजी ऐंड बायोकेमिस्ट्री से पीएचडी हासिल की। वहीं 1939 में जन्मी ई. योनथ इजरायली नागरिक हैं और स्ट्रक्चरल बायोलॉजी की प्रोफेसर हैं।

चिकित्सा का नोबेल

चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में वर्ष, 2009 का नोबेल पुरस्कार गुणसूत्रों (क्रोमोसोम्स) पर काम करने के लिए तीन अमेरिकी वैज्ञानिकों एलिजाबेथ ब्लैकबर्न, कैरोल ग्राइडर और जैक ओस्टाक को दिया गया है। इन वैज्ञानिकों ने यह खोज की कि मानव शरीर कैसे गुणसूत्रों या क्रोमोसोम्स की रक्षा करता है।

इन तीनों वैज्ञानिकों ने इस बात का पता लगाकर चिकित्सा विज्ञान की एक बडी पहेली हल कर दी कि सेल्स के विभाजन के समय क्रोमोसोम की कॉपी कैसे बनती है और वे कैसे खराब नहीं होते। वास्तव में इस खोज से कैंसर व स्टेम सेल्स के बारे में और जानकारी एकत्र करने में मदद मिलेगी।

संक्षिप्त परिचय

60 वर्षीया एलिजाबेथ ब्लैकबर्न यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया में कार्यरत हैं, वहीं 48 वर्षीया कैरोल ग्राइडर जॉन्स हॉपकिन्स विश्वविद्यालय में पढाती हैं। 57 वर्षीय जैक जोस्टाक बोस्टन स्थित मैसाचुसेट्स जनरल हॉस्पिटल में प्रोफेसर हैं।

भौतिकी का नोबेल

फाइबर ऑप्टिक्स व अ‌र्द्धचालक पर किए गए शोध के लिए वैज्ञानिक चा‌र्ल्स के- काओ, विलर्ड एस-बोएले और जॉर्ज ई स्मिथ को संयुक्त रूप से वर्ष, 2009 का भौतिकी का नोबल पुरस्कार दिया गया है। यह पुरस्कार भौतिकी क्षेत्र में हुई ऐसी दो उपलब्धियों के लिए दिया गया है, जिसने इंटरनेट का आधार तैयार करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।

1966 में चा‌र्ल्स के काओ ने एक खोज की, जिससे फाइबर आप्टिक्स को महत्वपूर्ण गति मिली। काओ ने यह खोज की कि कैसे प्रकाश ऑप्टिकल फाइबर के जरिए लंबी दूरी तक भेजा जा सकता है। इसी खोज का परिणाम था कि महज चार वर्ष बाद 1970 में पहली बार अतिशुद्ध ऑप्टिकल फाइबर के निर्माण में सफलता प्राप्त हुई।

वास्तव में, इन दिनों इंटरनेट ट्रैफिक का ज्यादा हिस्सा डिजिटल इमेजेज का होता है और इस साल के इस नोबेल पुरस्कार का दूसरा हिस्सा इस क्षेत्र में हुई खोज को जाता है। विलर्ड एस बोयले और जार्ज ई. स्मिथ ने पहली बार डिजिटल सेंसर का इस्तेमाल करते हुए इमेजिंग टेक्नोलॉजी की खोज की। इस खोज से इमेजेज की प्रोसेसिंग करके इसे शीघ्र भेजने में काफी मदद मिली।

संक्षिप्त परिचय

1933 में जन्मे चा‌र्ल्स के काओ ब्रिटिश व अमेरिकी नागरिक हैं और उन्होंने 1965 में इम्पीरियल कॉलेज लंदन से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग से पीएचडी की। वहीं 1924 में जन्मे विलर्ड एस-बोयले कनाडा व अमेरिकी नागरिक हैं और उन्होंने 1950 में कनाडा स्थित मैकगिल यूनिवर्सिटी से भौतिकी में पीएचडी डिग्री हासिल की। 1930 में जन्मे जॉर्ज ई. स्मिथ अमेरिकी नागरिक हैं और उन्होंने अमेरिका स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ शिकागो से 1959 में भौतिकी में पीएचडी प्राप्त की।

नोबेल शांति पुरस्कार

विश्व शांति के लिए असाधारण कूटनीतिक प्रयासों के लिए वर्ष 2009 का शांति पुरस्कार अमेरिका के पहले अश्वेत राष्ट्रपति बराक ओबामा को देने की घोषणा की गई है। नोबेल समिति के अनुसार, राष्ट्रपति ओबामा ने अंतरराष्ट्रीय राजनीति में नया माहौल विकसित किया है तथा परमाणु हथियार मुक्त विश्व के प्रति उनका दृष्टिकोण प्रशंसनीय है।

48 वर्षीय ओबामा अमेरिका के ऐसे चौथे राष्ट्रपति हैं, जिन्हें नोबेल शांति पुरस्कार के लिए चुना गया है। दरअसल, ओबामा को यह सम्मान अंतरराष्ट्रीय कूटनीति तथा लोगों के बीच सहयोग को मजबूती देने की उनकी असाधारण कोशिशों के लिए दिया गया है।

साहित्य का नोबेल

रोमानिया में जन्मी जर्मन लेखिका 56 वर्षीय हेर्टा मुलर को वर्ष 2009 के लिए साहित्य के नोबेल पुरस्कार के लिए चुना गया है। हेर्टा ने रोमानिया के पूर्व कम्युनिस्ट शासक निकोलई सिजेस्क्यू के दौर में अल्पसंख्यक जर्मन समुदाय की मुश्किलों भरी जिंदगी का सजीव चित्रण किया है। हेर्टा ने तत्कालीन रोमानिया में दुखद जीवन व्यतीत करने वाले जर्मन अल्पसंख्यक समुदाय के जीवन का स्पष्ट खाका खींचा है।

हेर्टा का जन्म अगस्त, 1953 में रोमानिया के नैबट इलाके हुआ था। 1973 से 1976 के बीच हेर्टा ने साहित्य का अध्ययन किया। बाद में उन्होंने अनुवादक नौकरी शुरू की, लेकिन सिजेस्क्यू की बदनाम सिक्युरिटी सीक्रेट में काम करने से इनकार करने के कारण उन्हें नौकरी से हटा दिया गया। इसके बाद उन्होंने अपना सारा समय साहित्य की सेवा में लगा दिया।

अर्थशास्त्र का नोबेल

संगठनों द्वारा साझा संपत्ति के उपयोग व संपत्ति के प्रबंधन संबंधी विचारों के लिए अमेरिकी महिला अर्थशास्त्री लिनोर ओस्ट्रोम और ओलिवर विलियमसन को वर्ष 2009 का नोबेल पुरस्कार दिया गया है। दरअसल, पिछले तीन दशकों से आर्थिक प्रबंधन जैसे प्राय: उपेक्षित विषय की ओर लोगों का ध्यान आकृष्ट करने में इन अर्थशास्त्रियों का खासा योगदान है।

प्रोफेसर ओस्ट्रोम व विलियमसन ने अपने कार्यो से यह साबित किया कि आर्थिक विश्लेषण से कई तरह के सामाजिक संगठनों की व्याख्या की जा सकती है। विलियमसन को कॉर्पाेरेट संघर्ष के समाधान के सिद्धांत के प्रतिपादन के लिए यह पुरस्कार दिया गया है, जबकि ओस्ट्रोम अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार पाने वाली पहली महिला हैं।

source-jagran.com

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