सोमवार, 9 नवंबर 2009

ज्ञान

शेर को देखकर जब सारे जानवर भागने लगते हैं तो उसे अपनी ताकत का अंदाजा हो जाता है कि वो एक शूरवीर है। लेकिन यह कैसा जंगल का राजा कि कोई भी स्वयं आकर उसका ग्रास नहीं बनता बल्कि उसे ही शिकार को थका कर पकड़ना और दबोचना होता है। इसलिए अगर तुम्हारे पास जो ज्ञान है वह समृद्व और ताकतवर होने पर भी जब तक लोगों के बीच सक्रिय नहीं होता तब तक उसकी महिमा को कोई स्वीकार नहीं करता है। इस ज्ञान को सक्रिय करना यानि कि उसे अच्छे कामों में लगाना ही उसे सक्रिय करने जैसा है।


































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